काफी है या काफी नहीं ?
सुना मगर समझे नहीं , समझा मगर संभले नहीं, संभले मगर रुके नहीं , रुके मगर मुड़े नहीं , मुड़े मगर देखा नहीं , देखा मगर कुछ बोला नहीं , बोला मगर कुछ सुना नहीं , सुना मगर, एक दफा फिर समझे नहीं :) दिल की बस इतनी सी ही कश्मकश है , जीने के लिए काफी है या काफी नहीं....